प्रेस विज्ञप्ति – पी.एस.एल.वी. द्वारा अपनी 50वीं उड़ान में रिसैट-2बी.आर.1 तथा 9 वाणिज्यिक उपग्रहों का सफल प्रमोचन। होम / प्रेस विज्ञप्ति
आज भारत का ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन रॉकेट अपनी 50वीं उड़ान में (पी.एस.एल.वी.-सी48) सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एस.डी.एस.सी.) शार, श्रीहरिकोटा से रिसैट-2बी.आर.1 तथा 9 वाणिज्यिक उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रमोचित किया।
पी.एस.एल.वी.-सी48 ने प्रथम प्रमोचन पैड से भा.मा.स. 1525 बजे उड़ान भरी। इसके 16 मिनट 27 सेकेंड के बाद रिसैट-2बी.आर.1 को 576 किमी. की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया। उसके बाद 9 वाणिज्यिक उपग्रहों को उनकी वांछित कक्षाओं में स्थापित किया गया। पृथक होने के बाद, रिसैट-2बी.आर.1 के सौर विन्यास स्वत: प्रस्तरित हो गए तथा बेंगलूरु स्थित इसरो दूरमिति प्रवर्तन एवं आदेश नेटवर्क ने उपग्रह को अपने नियंत्रण में ले लिया। आने वाले दिनों में उपग्रह को इसके अंतिम प्रचालन संरूपण में लाया जाएगा।
इसरो के अध्यक्ष, डॉ. कै. शिवन ने कहा, “आज हमने पी.एस.एल.वी. के इतिहास में इसके 50वें मिशन को प्रमोचित करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की”। इस अवसर पर डॉ. शिवन ने ‘पी.एस.एल.वी.@ 50’ नामक एक पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने आगे कहा कि इस बहुपयोगी रॉकेट ने 52.7 टन भार को अंतरिक्ष में भेजा, जिसका 17% भार वाणिज्यिक उपग्रहों का है।
रिसैट-2बी.आर.1 एक रेडार प्रतिबिंबन भू-प्रेक्षण उपग्रह है, जिसका वजन 628 कि.ग्रा. है। यह उपग्रह कृषि, वन्य एवं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सेवाएं उपलब्ध कराएगा। रिसैट-2बी.आर.1 का मिशन काल 5 वर्ष है।
डॉ. कै. शिवन ने इस मिशन को कम समयावधि में पूरा करने के लिए प्रमोचन रॉकेट तथा उपग्रह टीम के प्रयासों की प्रशंसा की।
इजराइल, इटली, जापान तथा यू.एस.ए. के नौ वाणिज्यिक उपग्रहों को उनकी वांछित कक्षाओं में यथावत स्थापित किया गया। इन उपग्रहों को न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एन.एस.आई.एल.) के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत प्रमोचित किया गया।
पी.एस.एल.वी.-सी48, क्यू.एल. संरूपण (4 ठोस स्ट्रैप-ऑन मोटरों के साथ) में पी.एस.एल.वी. की दूसरी उड़ान है। पी.एस.एल.वी. की 50वीं उड़ान के अतिरिक्त, आज का प्रमोचन एस.डी.एस.सी. शार, श्रीहरिकोटा से होने वाला 75वां प्रमोचन रॉकेट मिशन भी था।
लगभग 5000 दर्शकों ने श्रीहरिकोटा में दर्शक दीर्घा से इस प्रमोचन को देखा।